आजकल लोग आधुनिक खेती से अच्छी खासी उपज और मुनाफा कमा रहे हैं। वैसे तो हम लोग आमतौर पर जो बाजारों में सब्जियां मिलती है वही उपयोग करते हैं। जहां तक आलू की कद्र की बात की जाए तो ज्यादातर आलू लाल या फिर पीले कलर के देखे जाते हैं परंतु आज हम आपको ब्लैक पोटैटो यानी काला आलू के बारे में चर्चा करेंगे जो यह बिहार के गया जिले में एक व्यक्ति ने अपनी जमीन पर ट्रायल करने के लिए लगाया है। यह ब्लैक आलू बिल्कुल आम आलू की तरह इसको लगाया जाता है। आईए जानते हैं इसके बारे मे…
ट्रायल के रूप में लगाया गया ब्लैक पोटैटो
किसान आशीष कुमार जो कि गया के टेकारी प्रखंड के गुलरियाचक गांव के रहने वाले हैं। इन्होंने परंपरागत खेती की तरफ ध्यान ना देकर एक अलग सब्जी की खेती शुरू कर दिए हैं। फिलहाल यह उनका ट्रायल है। अगर उपज अच्छी होती है तो आगे भी इसकी खेती बड़े पैमाने पर कर सकते हैं। आशीष ने अपने एक कट्ठा जमीन में 14 किलो ब्लैक आलू लगाए हैं। यदि जिन्होंने लगभग 45 दिन पहले बोए हैं।
बताया जा रहा है कि इस 14 किलो आलू बोने में इसकी उपज 200 किलो तक होगी। वैसे इसका उत्पादन आम आलू की तरह ही होता है। वैसे इस ब्लैक आलू की पत्ती अमरुद की छोटी पत्ती की तरह लगता है। आशीष बताते हैं कि हम इस ब्लैक आलू की खेती बिल्कुल ऑर्गेनिक तरीके से कर रहे हैं। इसमें हमने काफी ध्यान दे रखा है। समय-समय पर इसके पटाने का भी ध्यान रखते हैं। अनुमान लगाया जा रहा है कि इसकी उपज 200 किलो तक हो सकती है। यह बताते हैं कि ब्लैक पोटैटो का बीज हमने अमेरिका से 1500 रुपए प्रति किलो मंगवाया है अमेरिका में ब्लैक पोटैटो की खेती बड़े पैमाने पर की। जाती है।
100 किलो आलू का आया आर्डर
आशीष बताते हैं कि हमने 45 दिन पहले ही इस आलू को बोया था लेकिन उपज से पहले ही लोग इसको खरीदने के लिए ऑर्डर कर रहे हैं। अब तक के हमारे पास 100 kg आलू का आर्डर आ चुका है। अगर इसकी कीमत की बात की जाए तो इसकी कीमत 300 से 600 के बीच रह सकता है।
ब्लैक पोटैटो में औषधीय गुण
आशीष कहते हैं आम आलू की तुलना में यह ब्लैक आलू हमारे स्वास्थ्य के लिए काफी लाभदायक होता है। इसमें कई औषधीय गुण पाए जाते हैं जो कैंसर और मधुमेह जैसी बीमारी उनको ठीक करता है। ब्लैक पोटैटो में इंथोसाइनिन पाया जाता है इसके साथ-साथ इसमें ग्लाईसेमिक इंटेक्स 77 पाया जाता है और इसमें काफी मात्रा में पौष्टिक तत्व भी पाई जाते हैं जिससे ब्लड शुगर कंट्रोल किया जा सकता है। आम आलू की तुलना में यह ब्लैक पोटैटो काफी बेस्ट है।
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टेस्टिंग के लिए भेजेंगे लैब
आशीष बताते हैं कि इस ब्लैक आलू के गुण के बारे में मैंने काफी सुना है हालांकि इसकी खेती मैंने जानकारी हासिल करके शुरू की है फिर भी उपज के बाद हम इसे टेस्टिंग के लिए लैब भेजेंगे जिससे पता चले कि जो गुण सुना है वह सही है या नहीं। ब्लैक आलू की डिमांड भारत के कोने-कोने से आ रही है परंतु हमारे पास ज्यादा बीज उपलब्ध नहीं होने के कारण कुछ ही किसानों के पास भेजा जाएगा और इसकी पूरी जानकारी दी जाएगी।