हम लोग अपने गार्डन में कई प्रकार की सब्जियां उगाते हैं जिससे हमें शुद्ध और स्वच्छ सब्जियां खाने को मिलती हैं। बाजारों में मिलने वाली सब्जियां पूरी तरह केमिकल युक्त होता है। साथ ही साथ कुछ-कुछ सब्जियां हाइब्रिड से उगाया हुआ रहता है जो हमारे सेहत के लिए हानिकारक साबित होता है। जिससे लोगों को कई तरह के बीमारियों से लड़ना पड़ता है।
जिसके पास जगह की कमी होती है वह या तो अपने घर के बालकनी में या फिर अपने घर के छत पर गार्डनिंग कर सब्जियां उगाते हैं इन सब्जियों में एक मूली भी है जिसका उपयोग हम लोग सब्जी सलाद या फिर और भी कई तरह के डिश बनाने में उपयोग करते हैं। आज हम आपको जैविक तरीके से मूली कैसे अपने गार्डन में उगा सकते हैं उसके बारे में बताएंगे।
मूली
मूली का उपयोग हर घर में किया जाता है ज्यादातर मूली का उपयोग सब्जी और सलाद में किया जाता है। यह प्रतिदिन होने वाली सब्जी में से एक है इसलिए आप भी अपने गार्डन में इसको उगा सकते हैं और वह भी जैविक तरीके से अगर आपके पास ज्यादा जगह नहीं है तो बालकनी में या फिर टेरेस पर इसे उगा सकते हैं।
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मूली का वैज्ञानिक नाम रैफेनस सैटीवस (Raphanus Sativus) है। मूली का सेवन करने से शरीर के कई सारे बीमारियों से छुटकारा मिलता है। मूली में कई सारे पोषक तत्व पाए जाते हैं इनमें मैंगनीज, सोडियम, विटामिन के, विटामिन बी 6, फोलेट, पोटेशियम, राइवोक्लेविन, जस्ता, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम, केल्सियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। आईए जानते हैं अपने गार्डन में जैविक तरीके से मूली कैसे उगा सकते हैं।
जैविक तरीके से कैसे उगाए मूली
अपने गार्डन में मूली उगाने के लिए सबसे पहले सामग्री को इकट्ठा करें।
1.गमला
2.मिट्टी
3.बीज
4.खाद
5.पानी
गमला:-
अगर आप गमले में मूली का बीज लगाना चाहते है तो सबसे पहले आप मिट्टी के गमले का चयन करें क्योंकि मिट्टी के गमले में पौधे का ग्रोथ काफी अच्छा होता है। इसके बाद गमले में लगे मूली के पौधे में समय-समय पर पानी और खाद देते रहें। मूली के पौधों पर थोड़ा ध्यान देने पर देखेंगे कि आपने गमले में चार से पांच महीनों में मूली खाने लायक तैयार हो जाएगा।
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मिट्टी:-
मूली के लिए वैसे तो सभी प्रकार के मिट्टी उपयोगी है परंतु रेतीली दोमट और भुरभुरी मिट्टी मूली के बुआई के लिए अच्छा माना जाता है। अगर गमले में मूली की बुआई करना है तो सबसे पहले अपने गमले में मिट्टी डालकर उसे अच्छे से बराबर कर लें उसके बाद उसमें पानी डाल कर बीच की बुआई करें।
बीज:-
मूली की बुआई के लिए सही बीज का चयन करना अत्यंत आवश्यक है क्योंकि अगर बीज सही ना हो तो मूली का पौधा अच्छे से ग्रोथ नहीं करता है तो अगर बाजार से बीज खरीदें तो सही बीज का चयन करें और अगर आपको सही बीज का चयन करना नहीं आता है तो कृषि विभाग के अधिकारियों से सलाह ले सकते हैं बीज लगाने से एक दिन पहले बीज को पानी में भिगोने दें इसके बाद बुआई करें।
खाद:-
मूली उपजाने के लिए जैविक खाद काफी बेहतर होता है रासायनिक तरीके से पैदावार करने से सेहत पर काफी असर पड़ता है इसलिए जैविक खाद यानी गोबर का इस्तेमाल करने से इसकी पैदावार बेहतर होती है और पौधे का ग्रोथ भी काफी अच्छी होती है।
पानी:-
फसल या पौधे के लिए पानी अत्यंत आवश्यक है बीज लगाने के बाद समय-समय पर पानी डालते रहें। जिससे पौधे में नमी बनी रहे और पौधे को भरपूर आहार मिल सके।
ध्यान रखें:-
जब आप मूली का बीज बोते हैं तो जब तक बीज 2 से 3 इंच बड़ा ना हो जाए इसे तेज धूप में ना निकालें। मूली के बीज को गमले में आसानी से लगा सकते हैं परंतु इससे ज्यादा ग्रोथ गार्डन की खुली जगह में होता है जिसमें पौधे का विकास अच्छे से होता है।