हमलोग अपने किचन में तरह-तरह के मसाले का उपयोग करते हैं। जिससे टेस्टी, स्पाइसी और स्वादिष्ट खाना तैयार किया जाता है। वैसे तो पूरी दुनिया में अनेक तरह के मसाले होते हैं। कुछ मसाले ऐसे भी होते हैं। जिसका नाम तक लोगों को पता नहीं होता है। अगर बात की जाए दुनिया में सभी मसलों की जानकारी इकट्ठा करने की तो पूरी दुनिया भर में इतने मसाले उगते हैं कि उसके बारे जानने के लिए शायद अपनी उम्र ही छोटी पड़ जाए।
वैसे तो हम लोग जो प्रतिदिन अपनी खाने में मसाले का उपयोग करते हैं। वह मार्केट में आसानी से मिल जाता है परंतु आज हम जिस मसाले के बारे में बताएंगे वह मार्केट में आसानी से नहीं मिल पाते। उस मसाले की खास बात यह है कि वह दो मसाले एक ही पेड़ पर उगते हैं। आईए जानते हैं उन दो मसालों के बारे में।
जायफल और जावित्री
जायफल और जावित्री दो ऐसे मसाले है जो एक ही पेड़ में उगते हैं। ये दो अलग-अलग मसाले हैं। वैसे अगर ये सोच रहे होंगे कि एक के फल से मसाले बनते होंगे और दूसरे के पत्ती से तो आप को बता दें कि जायफल और जावित्री दोनो मसाले फल से हीं उगते हैं। जायफल फल के अन्दर पाए जाने वाला बीज होता है और वही जावित्री गुठली पर पड़े जालीदार परत है। जायफल के बीज बोने के बाद यह 7 से 8 वर्षों में फल देने लगता है इसके बाद यह दुबारा 15 से 20 वर्षों के बाद फिर से उपज देने लगता है।
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जायफल और जावित्री का सबसे ज्यादा उत्पादन इंडोनेशिया में किया जाता है। जायफल का उपयोग कई चीजों में किया जाता है इसका उपयोग दवाई बनाने में भी किया जाता है जो कंपनी बड़ी मात्रा में दवाई बनाती है। वह इंडोनेशिया से जायफल मंगवाते हैं। जायफल हम लोगों के हेल्थ के लिए काफी लाभदायक होता है। इससे पेट की समस्या की ड्रग्स, एंटी एर्जिक जैसे दवाई बनाएं जाते है। जावित्री में कैल्सियम एंटी कैंसर, मैग्नीशियम, एंटी इंफ्लेमेटरी, एंटी डायबिटिक, मिनरल्स, एंटी माइक्रोबियल जैसे गुण पाए जाते हैं।

जायफल का उपयोग
जायफल का उपयोग तो वैसे कई चीजों में की जाती है। खाने से लेकर दवाई तक का इस्तेमाल किया जाता है।
- अगर आपके चेहरे में कील-मुहांसे जैसी समस्या से परेशान हैं तो जायफल का फेसपैक लगाने से स्किन काफी साफ हो जाती है और स्किन काफी फ्रेश दिखता है।
- वैसे जायफल का उपयोग पूजा सामग्री में भी किया जाता है। खास कर के दुर्गा पूजा में नवरात्रों में हवन सामग्री में की जाती है।
- जायफल का उपयोग आयुर्वेदिक औषधि में ज्यादातर होता है जिससे हेल्थ जैसी समस्या से निपटारा मिलता है। साथ ही साथ हमलोग स्वादिष्ट भोजन बनाने में जायफल मसाले का उपयोग करते हैं।
जावित्री का उपयोग
- जावित्री का उपयोग खाना को सुगंध बढ़ाने के साथ हेल्थ के लिए भी काफी उपयोगी होता है। इसमें पाए जाने वाले पोषक तत्व कब्ज, मितली, डायरिया जैसी बीमारियों से बचाता है।
- जो लोग रेस्टोरेंट का खाना पसंद करते है। खास कर बिरयानी के चहेते होते हैं। बिरयानी से आनेवाली सुगंध जावित्री ही होती है जो बिरयानी को और भी टेस्टी बना देता है।
- जावित्री का उपयोग पुरी, मिठाई, केक, ब्रेड, चाय, मसाला, सूप, सब्जी जैसे चीजों में की जाती है। जिससे ये सारे व्यंजन काफी स्वादिष्ट होते है।